Thursday, 5 January 2012

आस्था का संगम (प्रयाग)



माघ मेला 2012 शुरू हो गया हैं । धर्म की नगरी प्रयाग में त्याग, तपस्या का प्रतीक कल्पवास पौष पूर्णिमा स्नान के साथ सोमवार से आरंभ हो जाएगा। एक माह तक चलने वाले इस महापर्व के साक्षी बनने के लिए लाखों लोग दूर-दूर से यहां पहुंच चुके हैं। रविवार की देर रात तक श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी रहा। प्रयाग में कल्पवास करने हजारों लोग पहुंच रहे हैं। ये यहां एक माह तक मोह-माया से दूर भजन पूजन में लीन रहेंगे। कड़ाके की ठंड में तीन बार गंगा स्नान कर एक समय भोजन करके संतों की सेवा का पुण्य लाभ हासिल करने की ललक इन्हें संगम तट पर खींच ला रही है। मोक्ष की प्राप्ति में
कल्पवासियों के साथ ही यहां आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को अब इंतजार है सोमवार को पौष पूर्णिमा स्नान का, जिसमें डुबकी लगाकर वे पुण्य की प्राप्ति करेंगे।
        पौष पूर्णिमा के पावन अवसर पर दूसरे श्रद्धालुओं की तरह संत-महात्मा भी गंगा के पावन जल में डुबकी लगाएंगे। सोमवार को शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती, शंकराचार्य स्वामी महेशाश्रम, स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ, स्वामी हरिचैतन्य ब्रह्मचारी, स्वामी विमलदेव आश्रम, स्वामी ब्रह्माश्रम आदि स्नान करेंगे।


No comments:

Post a Comment