60 वर्ष से मकर संक्रांति 14 जनवरी को पड़ती आ रही थी। इस वर्ष सूर्य की गति बदलने के कारण सूर्य का मकर राशि में संक्रमण 14 जनवरी की आधी रात को होगा। आगामी 60 वर्षों तक यही स्थिति बनी रहेगी और मकर संक्रांति का पुण्य काल 15 जनवरी को पड़ेगा। 431 वर्ष बाद मकर संक्रांति पूरे एक सप्ताह आगे बढ़ जाएगी।
14 और 15 जनवरी दोनों ही दिन मकर संक्रांति
पाराशर ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के निदेशक पंडित विपिन पाराशर ने बताया कि पहले मकर संक्रांति 12 जनवरी और बाद में 13 जनवरी को पड़ा करती थी। 60 वर्षों से
मकर संक्रांति 14 जनवरी को पड़ रही है। इस वर्ष से मकर संक्रांति 15 जनवरी को पड़ने लगेगी। आगामी वर्षों में पुण्य काल 15 जनवरी को ही माना जाएगा। चूंकि इसी वर्ष संक्रमण बदला है, अतः इस बार 14 और 15 जनवरी दोनों ही दिन मकर संक्रांति का स्नान माना जाएगा।
No comments:
Post a Comment